जब से आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा को उल्लंघन किया, तब से सभी लोग पाप के बीज के साथ जन्म लिए हैं। मुझे में है, आप में है, हम सब में है। “इसलिए कि सबने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित है” (रोमियों ३:२३)। अब क्या? मैं अपने डोरी के सिरे पर हूँ लेकिन यह क्या? विश्वास में चलना
परमेश्वर जानता था कि वे कहाँ छुपे हैं। वह आया और आदम को पुकारा। परमेश्वर ने उससे कहा कि उनकी अनआज्ञाकारिता के कारण उन्हें वह घर अर्थात सुन्दर वाटिका छोड़ के जाना होगा। यीशु आया! उन्होंने शिक्षा दिया कि सभी ने पाप किया है। पापियों का मृत्यु अनिवार्य है। यीशु ने हमसे इतना प्रेम किया कि उन्होंने परमेश्वर से कहा कि सभी के पाप के लिए वो मरेंगें। जिन्होंने पाप किया है वह उन प्रत्येक के लिए मरा। अंत में घर। हमारे उद्दारकर्ता यीशु के साथ स्वर्ग में घर।
एक दिन यीशु अपने मित्रों के साथ यात्रा कर रहे थे । वह सामरिया के एक गांव में आए । यीशु विश्राम करने के लिए एक कुएं के पास बैठे , जब उनके मित्र भोजन खरीदने के लिए गए । जब यीशु वहां बैठे हुए थे, एक स्त्री कुएं से जल भरने के लिए आई । यीशु ने उससे पूछा , “ क्या तुम मुझे पानी पिला सकती हो ? “ यीशु ने कोमलतापूर्वक उत्तर दिया , “वास्तव में यदि तू परमेश्वर और जिससे तू बातें कर रही है उसके विषय में जानती