ट्रैक्ट्स
एक मित्र आपके लिये
यीशु आपका मित्र मेरा एक मित्र हैं। वह सबसे अच्छा मित्र है ऐसा कोई पहले कभी नहीं हुआ। वह बड़ा दयालू है और सच्चा है मैं चाहता हूं कि आप भी उसे जाने। उसका नाम यीशु है। बड़ी अनोखी बात ये है कि वह आपका भी मित्र बनना चाहता है। मैं उसके बारे में आपको बताना चाहता हूं। यीशु इस पृथ्वी पर एक छोटे नन्हे बच्चे के रूप में आया। पृथ्वी पर उसके पिता और माता, युसूफ और मरियम थे। वह गौशाला में पैदा हुआ तथा चरणी में रखा गया।
आप किसकी पूजा या आराधना करते हैं ? आपका ईश्वर कहां रहता है ? क्या वह जीवित है ? आज उसने आपके लिए क्या किया ? क्या आज आपने उससे बातचीत की ? क्या उसने आपके मन की पुकार का उत्तर दिया ? आप क्या विश्वास करते हैं ? वह सनातन परमेश्वर है । उसका ना तो कोई प्रारंभ है और ना ही कोई अंत । वह जैसा कल था , आज भी है और हमेशा रहेगा । वह समस्त वस्तुओं के सृष्टिकर्ता , रक्षक एवं जीवित रखनेवाले हैं । ( प्रेरितों १७ : २२ - ३४ )
क्या परमेश्वर है ?
‘ क्या परमेश्वर है ? क्या कोई परम अस्तित्व या ब्रह्मांड का संचालक है ? मैं किस प्रकार से निश्चित हो सकता हूं ? ’ इस प्रश्न का उत्तर अत्यधिक महत्वपूर्ण है । ‘ यदि परमेश्वर है और मैं उसका अनदेखा करता हूं , तो उसका परिणाम क्या होगा ? ’ बहुत से ऐसे सूक्ष्म प्रश्न है , जो उत्तर की मांग करते हैं । ‘ मैं यहां क्यों हूं ? मैं कहां से आया हूं ? मरणोपरांत क्या होगा ? मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है ? मेरे अस्तित्व का कोई ना कोई कारण आवश्य है । ’
क्योंकि पाप की मजदुरी तो मृत्यु है (रोमियों 6:23) आईये हम वास्तविकता का सामना करें। शराब, ड्रग्स और व्यभिचार जैसे भयंकर दैत्य परमेश्वर का महान और अच्छा सृष्टि पर हमला और उसे नाश कर रहे हैं। एक विशाल आक्टॅपस का स्पर्शक की तरह वे जवान और वृद्ध दोनों को अपनी झपटता और आकर्षित करता है। मादक का इस्तेमाल, आम लोगों का आदर्श को बुरी तरह से भ्रष्ट करता है। विचार, चरित्र और जीवन को नाश करता है। यह मनुष्यों के जीवन में आशीष के लिए दिया हुआ परमेश्वर का पवित्र संस्थापन परिवार को विभाजित और विनाश करता है।
नरक का वर्णन नरक कहां है ? नरक का मार्ग कौन नरक जाएगा ? उद्धार न पाने वाले नरक में क्या करेंगे ? क्या परमेश्वर पापियों को सजा देंगे ? नरक से संबंधित बाइबल के शिक्षा पवित्र बाइबल अनंत आग की झील की भयानक सत्यता के विषय में स्पष्ट रूप से सिखाती है । परमेश्वर के द्वारा दिए गए समय में नर्क के इस भयानक दंड से बचने के लिए सब लोगों को सचेत किया जाता है । नरक का वर्णन नरक कहां है ? नरक का मार्ग कौन नरक जाएगा ?
“ हे परमेश्वर ! आप कहां हैं ?” मुझे आपकी जरूरत है । “ मैं आपको चाहता हूं” “ मैं आपको कैसे पाऊं?” क्या यह आपका हृदय की सच्ची पुकार है ? क्या आप संपूर्ण हृदय से परमेश्वर की खोज कर रहे हैं , उनके पास पहुंच पा रहे हैं, उनको जानने की इच्छा रखते हैं ? लेकिन किसी भी तरह से आप परमेश्वर को पाते नहीं दिख रहे हैं ।
मरियम और स्वर्गदूत यीशु का जन्म चरवाहे ज्योतिषी पर्मेश्वर के उपहार का कारण यद्धपि यीशु दुष्ट मनुष्यों के द्वारा मार डाला गया, परंतु मृत्यु का उस पर कोई बल नहीं था। तीन दिन बाद वह कब्र से विजयी होकर जी उठा। उसके जी उठने के बाद के दिनों तक, यीशु बहुत से लोगों के द्वारा देखा गया। फिर एक दिन, अपने चेलों को आशीष देने के बाद, वह स्वर्ग में चला गया।
सब ने पाप किया है पाप सम्बन्ध-विच्छेद करता है प्रभु यीशु द्वार खोलते हैं पश्चाताप हमारा भाग है अन्त में पश्चाताप प्रभु यीशु मसीह के प्रति और परमेश्वर की इच्छा के प्रति गहरी आभार और निष्ठा में परिवर्तित हो जाएगा | जब हमारे लिए मर जाने के सिवाय और कोई भी दूसरा मार्ग नहीं बचा था, तब प्रभु यीशु मसीह ने कहा: “मेरे पास आओ! और मैं तुम्हे विश्राम दूंगा” (मत्ती ११:२८) | इस कारण “हम उससे प्रेम करते हैं; क्योंकि पहले उसने हमसे प्रेम किया” (१ यूहन्ना ४:१९)।
जब से आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा को उल्लंघन किया, तब से सभी लोग पाप के बीज के साथ जन्म लिए हैं। मुझे में है, आप में है, हम सब में है। “इसलिए कि सबने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित है” (रोमियों ३:२३)। अब क्या? मैं अपने डोरी के सिरे पर हूँ लेकिन यह क्या? विश्वास में चलना
मृत्यु के पश्चात्?
इस समय आप जीवित है, आप सांस ले रहे हैं, आप चल-फिर रहे हैं या कार्य कर रहे हैं या सो रहे हैं। आप चाहे आरामदायक जीवन जी रहे हैं या फिर पीड़ा में। सूर्य उगता है और ढलता है; कहीं पर किसी बच्चे का जन्म हो रहा है, तो कहीं पर किसी न किसी की मृत्यु भी निरन्तर हो रही है। सम्पूर्ण जीवन केवल एक अस्थायी प्रबन्ध है; लेकिन मृत्यु के पश्चात्आप कहां जाएंगे? किन्तु कहां? आपकी आत्मा कभी नहीं मरेगी! स्वर्ग और पृथ्वी के परमेश्वर ने कहा है; “स्मस्त आत्माएं मेरी हैं” निसंदेह ये सब आवश्यक हैं। लेकीन